घर हो चाहे दूर कोसों माँ हमेशा पास होती है ,
लब पे उसके खुशियों की बस आस होती है ।
लाखों तकलीफे उसे मंजूर है
क्योंकि य उसके लिए एक ख़ास होती है ।
(उन बेटों और बेटियों के लिए जो जिंदगी की जद्दो जहत में उलझे घर से दूर है )
Monday, October 6, 2008
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